हमे यह अनमोल मनुष्य जीवन मिला है

हमे यह अनमोल मनुष्य जीवन मिला है उसका समय बीतने के साथ हमारी उम्र कम होती जा रही है क्यो की समय ही काल है समय के बीतते ही हमारे शरीर की उम्र कम हो जाती है लेकिन हम समय से परे है क्यो की हम खुद अविनाशी है अब विचार करो जीवन का बहुत समय गुजर चुका है, अब थोड़ा समय ही बाकी है, इसलिए यह जानने का प्रयास करो कि मैं कौन हूं? कहां से आया हूं? यहां से कहां जाऊंगा ? परमात्मा क्या है? आदि इन सभी प्रश्नों का उत्तर तुम्हें आत्मज्ञान से मिल जाएंगे इसलिए बिना समय व्यर्थ गंवाए आत्मज्ञान प्राप्त करने का प्रयास करो। ओर आत्म ज्ञानी गुरु की शरण ग्रहण करो।।