कही और खोजेंगे तो समय व्यर्थ जाएगा , शायद सब जगह तुम खोज भी चुके हो!!
अब एक काम कर लो , अब अपने भीतर खोज लो, जिसने अपने भीतर खोजा वह खाली हाथ वापस नहीं आया और जिन्होंने कही और खोजा उनके हाथ कुछ नही आया !!
परमात्मा तुम्हारे अंदर है वह ध्यान के द्वारा ही मिलेगा ध्यान एक मात्र साधन है मालिक से मिलने का बाहर भटकने से कोई फायदा नही यही सत्य है जान लो और मान भी लो कारज जरुर बनेंगे!!