जो इंसान “खुद” के लिये जीता है

*जो “प्राप्त” है वो ही “पर्याप्त” है ।*
*इन दो शब्दों में सुख बेहिसाब हैं ।*

*जो इंसान “खुद” के लिये जीता है ।*
*उसका एक दिन “मरण” होता है ।*

*पर जो इंसान”दूसरों”के लिये जीता है ।*
*उसका हमेशा “स्मरण” होता है ।*
               *"कोशिश"*
*आखिरी सांस तक करनी चाहिए,*
      *या तो "लक्ष्य" हासिल होगा* 
               *या "अनुभव"*

         *"चीजें दोनों ही अच्छी है।*
🙏🏻🌹Satnam 🌹🙏🏻