स्वार्थी न बनें और न ही बहुत नीचे गिरें

स्वार्थी न बनें और न ही बहुत नीचे गिरें, विनम्रता और समझदारी से बात करें, किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी न रखें, अपने गुस्से पर काबू रखना सीखें, सावधान रहें और खुद को हर खतरे से दूर रखें। धैर्य से प्रतीक्षा करें और शांत रहें, उम्मीद न खोएं, भले ही इसमें लंबा समय लगे। दिमाग में अस्थिरता न रखें, कभी भी दयालु होना न छोड़ें। सराहना करना सीखें, ध्यान रखें कि दूसरों को अपमानित न करें, दूसरों को देखकर ईर्ष्या न करें, अपने समय का उपयोग समृद्ध बनने के लिए करें। करके देखो आसान है।*
       *🙏🏻सुप्रभात🙏🏻*