जो सच्चे साध है

जो सच्चे साध है

वोह अंत समय तक मालिक को अपनी करनी का हिसाब देते हैं, सच्चे साध जब लेखा देते है तब कालों वहा ठहर नही सकती और जिन साधों को शब्द की झलक मिल गई उनकी करनी बनने में देर नहीं लगती !!

जो सच्चे साध नही है वोह लेखा देते समय बेहोश हो जाएंगे, जिन्होंने कपट का कूड़ा अंदर भर रखा है, उन्हे चौरासी लाख योनि में भटकने की सजा मिलेगी!!