मैं एक महान आत्मा हूँ l

आज का मंत्र
मैं एक महान आत्मा हूँ l
जैसे हवाई जहाज से सफर करते समय ऊंचाई से देखने से बड़ी-बड़ी अट्टालिकाएं भी छोटी-छोटी दिखाई देती है l  ऐसे ही महान आत्मा का सोच बहुत ही ऊंचा, विशाल और बेहद का और सकारात्मक रहता है l इसलिए कैसा भी वातावरण हो, कैसी भी वृत्ति हो , कैसी भी वाणी हो, कैसी भी दृष्टि हो व कैसी भी परिस्थिति हो मैं आत्मा उसे सहजता से खेल खेल में  पार कर लूंगी l

मैं आज सबके साथ सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए समस्या स्वरूप नहीं वरन समाधान स्वरूप बन कर रहूंगी l

मैं आत्मा आज समेटने की शक्ति का उपयोग कर हर मुश्किल को आसान करते हुए पर्वत को भी राई और राई को रूई  में बदलने का प्रयास करूंगी l

मैं आत्मा आज  क्षमा भाव रखते हुए कैसी भी कड़े स्वभाव वाली आत्मा हो उसे क्षमा करूँगी l इस तरह मैं अपकारी पर भी उपकार करूँगी l 

मैं आत्मा आज सभी के साथ विनम्रता पूर्ण व्यवहार करूंगी तथा कल्याण की भावना रखते हुए सबके कार्य में सहयोगी रहूंगी l

मैं आज सामंजस्य की शक्ति का उपयोग करते हुए वर्तमान परिस्थिति के अनुसार अपने आप को उसमें समायोजित कर लूंगी l

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