जिस प्रकार रगड़े बिना हिरे को तराश कर चमकाया नही जा सकता

" *जिस प्रकार रगड़ के बिना हीरे को तराश कर चमकाया नहीं जा सकता, वैसे ही कठिनाईयों और विपरित परिस्थितियों के बिना मनुष्य में पूर्णता नहीं आती है l परिस्थितियाँ हमें आत्मज्ञान कराती हैं l बताती है कि हम किस मिट्टी के बने हैं l इसलिये कभी भी समस्याओं व परिस्थितियों से घबराकर अपना आत्मविश्वास नहीं खोना चाहिये l*"

        आप राजयोग कोर्स टीम से जुड़कर ज्ञान सुधा का पान कर सर्वशक्तिवान की संतान बन गये हैं l आप इस ज्ञान को धारण कर, अपने चिन्तन की धारा को बदल कर, चिंता से मुक्त होकर खुशहाली जीवन जी सकते हैं l लेकिन इसके लिये निरंतर अभ्यास की और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती हैं l

        जीवन संघर्ष हैं यहाँ हर पल, हर क्षण, हर कदम पर मनुष्य समस्याओं के जाल में फँसे रहते हैं l इन समस्याओं से संबंधित हमारे पास आप लोगों के प्रश्न हमारे इनबाक्स में लगातार आते रहते हैं l

         हम उनका ईश्वरीय सहयोग, ईश्वरीय ज्ञान-योग, ईश्वरीय टचिंग, सामाजिक सुझबूझ और मनोवैज्ञानिक विश्लेक्षण के आधार पर समाधान आपको देकर आपके जीवन की उलझी हुई गुत्थीयों को सुलझाने का भरसक प्रयत्न करते हैं l ताकि आपका जीवन समस्या रहित होकर सुखमय व आनंदित रहे l

       हमारे द्वारा बताई गई युक्तियों को, तरिको को, नियमों को आपने अपने व्यवहारिक जीवन में उतार कर अपनी समस्याओं और  उलझनों को सुलझाने में सहजता से सफलता प्राप्त की हैं l

          ऐसा आपके द्वारा समय-समय पर लिखी गई प्रतिक्रियाओं और आपका उत्तम फीडबेक प्राप्त होने से हमें ज्ञात होता हैं l जिसे पढ़कर हमें बेहद खुशी की अनुभूति होती हैं l साथ ही हमारा उमंग-उत्साह बरकरार रहता है तथा हमारे अनुभवों में भी वृद्धि होती रहती हैं l

        प्रिय भाईयों और बहिनों, जीवन के किसी भी मोड़ पर, किसी भी पथरीली, कँटीली राह ( किसी भी प्रकार की समस्याओं से ग्रस्त ) पर मत घबराना, हमें याद कर लेना, ( एक मिस कॉल देकर )  हमारा प्रयास रहेगा कि आपको शीघ्रातिशीघ्र उसका समाधान दें, ताकि आपका जीवन समस्या रहित होकर फूलों जैसे खिलता रहे l

  *हम आपकी समस्याओं को हल करते रहें और आप खुशनुमा जीवन जीएं इस हेतु जो ज्योत ( आपके प्रश्न हमारे उत्तर ) हमारे द्वारा जगाई गई है l वह निरंतर प्रज्जवलित रहेगी l*

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