किसी के प्रति शत्रुता में जीना नर्क है, जितनी तुम दूसरे के लिए अपने अंदर शत्रुता रखते हो, वही तुम्हारे लिए उतना ही बड़ा नर्क बनता है!!
जितनी मित्रता प्रेम सबसे रखते हो, उतना बड़ा स्वर्ग तुम्हारे साथ खड़ा हो जाता है!!
स्वर्ग मित्रों के साथ जीने का नाम है, नर्क शत्रुता रखते हुए जीने का नाम है!!
जीवन खुश रहकर सबसे प्रेम से जीयो सदा हंसते हुए दूसरों को हंसाते हुए यही स्वर्ग है !!
सत अवगत सतनाम