*माटी चुन चुन महल बनाया,*
*लोग कहें घर मेरा ।*
*ना घर तेरा, ना घर मेरा ,*
*चिड़िया रैन बसेरा ।*
*कौड़ी कौड़ी माया जोड़ी,*
*जोड़ भरेला थैला ।*
*कहत कबीर सुनो भाई साधो,*
*संग चले ना धेला ।*
*उड़ जाएगा हंस अकेला!!!*
*जग दो दिन का मेला!!!!*
☺☺☺☺☺☺☺
*"अपना सुधार संसार की सबसे बड़ी सेवा है।"*
🌹🙏🏻राधेकृष्णा🙏🏻🌹
🙏Good Morning Ji🙏
*...सुप्रभात ..*