आत्मरक्षा से बढ़कर बेहतर भविष्य का भी निर्माण कर

आत्मरक्षा से बढ़कर बेहतर भविष्य का भी निर्माण कर रहा है कराटे खेल।
पिछले कुछ सालों से आत्मरक्षा के लिए बेहतरीन खेल माने जाना वाला कराटे आज कई कदम आगे बढ़कर बच्चों विशेषकर लड़कियों का मनपसन्द खेल बनकर उभरा है,पिछले दिनों आदमपुर में आयोजित जिला स्तरीय कराटे खेलकूद प्रतियोगिता में शिरकत करने का मौका मिला।बच्चे बहुत ही अच्छी तैयारी कर रहे है।कराटे अब विभिन्न सरकारी व अन्य प्रतियोगिताओं में जगह बना चुका है।
वर्तमान समय में हरियाणा में स्वर्ण जयंती महोत्सव के उपलक्ष्य में चल रहे खेल महाकुंभ में भी कराटे को शामिल किया जाना इसकी स्वीकृति का एक मजबूत उदाहरण है।
मेरे लिए व्यक्तिगत ख़ुशी की बात यह है कि खेल महाकुंभ की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में मेरे भांजे दीक्षांत व भांजी आँचल (सुपुत्र व सुपुत्री श्री देवीलाल जी सांवक,सीसवाल) का चयन हुआ है,जो हिसार का नेतृत्व करेंगे।
परिवार वालों को धन्यवाद व बधाई व बच्चों को हार्दिक शुभकामनाएं।
आप सभी सज्जन भी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करें।