भीड देखकर कौरवों की तरफ खडे हो जाना बहुत आसान है, परंतु सच का साथ देने के लिए श्री कृष्ण जैसा जिगर चाहिए ...!
समय का सदुपयोग करो
कौन, कहाँ, कब, किस वक्त साथ छोड़ देगा तुम्हें पता भी नहीं चलेगा, फिर ज़िंदगी भर तुम्हारी आँखें उसे देखने को तरसेंगी, जो तुम्हारा प्रिय है समय रहते उसके साथ खूब जी लो
अकसर देखा जाता है जब इंसान सामने होता है तब हम उसकी कद्र नहीं करते और जब वह चला जाता है तो उसको याद कर उसकी तारीफ के पुल बांधते है
आज भी सम्हल जाए हमारे पास समय नहीं है समय रहते चेत जाए जो हमारे बीच संत मौजूद है उनके कहे विचार को सुने , समझे, अनुभव करे तो हम भी आवागमन से मुक्ति के लिए आगे बढ़ सकते है और अगली पीढ़ी के लिए मिशाल बन सकते है
अगर तुम किसी को पसंद नहीं करते तो भी यह देखो वह क्या सुना रहा यह मत देखो कौन सुना रहा
बस फिर क्या हमे खुद को पहचान ने का रास्ता मिल जाएगा रास्ता ज्ञान द्वारा और संगत द्वारा ही मिलता है जिस दिन यह जान गए हम कौन है,
हम शरीर नहीं हम ब्रह्म है बस
फिर इस संसार और शरीर को मोह मिट जाएगा और मालिक ही मालिक होंगे