Desh Bhakti Shayari i

soldiers par Desh Bhakti Shayari in Hindi
दुश्मनों के तोप के आगे जो सीना तानकर अड़ गया
सोचो वो वीर कैसा होगा, जो तोप पर भारी पड़ गया
ऐसे कई वीरों ने दुश्मनों को धूल चटाई है
तब जाकर देश की आजादी अखण्ड रह पाई है.Desh Bhakti Shayari in Hindi for Shahid
वीरगति पाना, वरदान पाने से कम नहीं होता
क्योंकि लोग तो रोज लाखों मरते हैं……..
लेकिन तिरंगा हर किसी का कफन नहीं होता.Subhash par Desh Bhakti Shayari in Hindi
जब सुभाष ने आजाद हिन्द से धावा बोला,
तब अंग्रेज थर्राए थेआजादी अब देनी ही होगी,
यह संदेश उन्होंने लंदन तक पहुँचाए थे
लाखों लोगों के लहू बहे, तब आजादी के दिन आए थेDesh Bhakti Shayari in Hindi on desh bhakti
आपकी प्राथमिकता में सबसे पहले देश होना चाहिये
राष्ट्र से बड़ा नहीं होता कुछ, यह संदेश होना चाहिये
हर किसी को देश से प्रेम हो, ऐसा घर-घर का परिवेश होना चाहिये.Desh Bhakti Shayari in Hindi on desh prem
जब देश प्रेम का नशा चढ़ता है, तभी तो खुदगर्जी का नशा उतरता है
और तभी तो कोई विक्रम बत्रा, तो कोई मनोज पाण्डेय बन देश की खातिर मरता है.
( विक्रम बत्रा, और मनोज पाण्डेय कारगिल की युद्ध में शहीद हुए थे )Desh Bhakti Shayari in Hindi on matribhumiदेश प्रेम से बड़ा कोई संकल्प नहीं होताऔर देश के बारे में जितनी भी गलतफहमियां पाल लो तुमपर याद रखो मातृभूमि का कोई विकल्प नहीं होता.Desh Bhakti Shayari in Hindi on gulami
जाति, क्षेत्र, भाषा में हम बँटे रहे इसलिए 700 वर्षों तक गुलामी के दंश सहे
हम फिर वही गलती दोहरा रहे हैं, जाति, क्षेत्र, भाषा में बँटे जा रहे हैं
जो हम मुगलों और अंग्रेजों की सोच वाले लोगों को एेसे ही सिर पर चढ़ाएंगे
आने वाली पीढ़ियों को फिर गुलामी का अभिशाप दे जाएंगेजब-जब कोई कलम बिका कई पीढ़ियों को गुमराह कर गया
शाहजहाँ को सर्वश्रेष्ठ प्रेमी बताया और अकबर को महान कर गया
क्रांतिकारियों के योगदान को किनारे करके,
अाजादी का सारा श्रेय गाँधीवादियों के नाम कर गयादुश्मन की हर बात का जवाब होते हैं सैनिक
वीरता की खुली किताब होते हैं सैनिक
देशभक्ति की मिसाल होते हैं सैनिक
देशवासियों की ढाल होते हैं सैनिक

न जाने कितनों ने आजादी के यज्ञ में अपनी आहुति चढ़ाई
तब जाकर आजादी की सुनहरी सुबह आई
न जाने कितनों ने जौहर किए, न जाने कितनों ने वीरगति पाईदेश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है
भगत-आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है
भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है………………….जिन्हें है प्यार वतन से, वो देश के लिए अपना लहू बहाते हैं
माँ की चरणों में अपना शीश चढ़ाकर, देश की आजादी बचाते हैं
देश के लिए हँसते-हँसते अपनी जान लुटाते हैं…………………………अनगिनत क्रांतिकारियों ने लहू देकर दिलाई है स्वतन्त्रता
वीर सैनिकों ने लहू देकर बचाई है स्वतन्त्रता……
चार दिनों में मिली नहीं है यह, सदियों की कमाई है स्वतन्त्रता…….
कुर्बानियों पर कुर्बानियाँ दी, तब जाकर हमने पाई है स्वतन्त्रता………बात जब भी देश के सुरक्षा की आएगी
हम दुश्मनों के संहार के लिए तैयार रहेंगे
छोटी-बड़ी सभी कुर्बानियों के लिए तैयार रहेंगे.

 

Desh Bhakti Shayari in Hindiअकबर तो था आक्रमणकारी, उसे महान मत बतलाओ
वीर प्रताप के गुण गाओ………
महाराणा के स्वाभिमान को मत भूल जाओ
अकबर को महान बताना मक्कारी है, गद्दारी है………..
अपना प्रताप लाखों अकबरों पर अकेले भारी है……………….जिसने शाहजहाँ और औरंगजेब को उनकी नानी याद दिलाई थी
वो मराठा वीर शिवाजी थे, जिसने मुगलों की चूलें हिलाई थी
उस भगवा ध्वज वाहक में गजब की रवानी थी…………………………………..
जिसने हर हिन्दुस्तानी के दिल में फिर, देशभक्ति की आग जलाई थी………………….अपने खून का एक-एक कतरा बहाया वतन के वास्ते
एक भी कतरा नहीं बचाया अपने वास्ते
दुनिया में तो लाखों रोज मरते हैं……
पर असल मरना तो वह है, जो मरते हैं वतन के वास्ते.

 

अपने खून से देश की सरहद को सींचते हैं हम
हर रोज मौत और तूफानों से खेलते हैं हम
दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेरते हैं हम
मेरा देश महफूज रहे इसलिए हर दर्द झेलते हैं हम.hindi desh bhakti shayariदुनिया में सबसे खूबसूरत है भारत
संस्कृति और विज्ञान का तराना है भारत
मानवता का अद्भुत खजाना है भारत.कौन बनेगा सरदार भगत सिंह
कौन बनेगा स्वाभिमानी प्रताप
Koun कौन बनेगा सरदार पटेल
कौन-कौन करेगा देश के दुश्मनों का विनाश.आज हम जहाँ लहू बहा रहे हैं, कल वहाँ  देशप्रेम के फसल लहलहाएंगे
हम सैनिक हैं, हमारा धर्म है देश के लिए लड़ना
Hum हम देशभक्ति की वीरगाथा गाते जायेंगे
हम देश के दुश्मनों को जड़ से मिटाते जायेंगे.

हम कभी न कभी यह प्रश्न पूछते हैं कि आखिर हमारे सैनिक कबतक मारे जायेंगे….. इस प्रश्न का उत्तर हैं ये दो पंक्तियाँ
जबतक गद्दारों के सिर न काटे जायेंगे

तबतक सीमा पर सैनिक मारे जायेंगे.

Desh Bhakti Shayaris by – Abhishek Mishra “Abhi”

जिंदगी जब तुझको समझा, मौत फिर क्या चीज है.
ऐ वतन तू हीं बता, तुझसे बड़ी क्या चीज है – संतोष आनंद.वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमां
हम अभी से क्या बताएँ, क्या हमारे दिल में है.शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है.खून से खेलेंगे होली,
अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है.चन्दन है इस देश की माटी,
तपोभूमि हर ग्राम है.
हर बाला देवी की प्रतिमा,
बच्चा-बच्चा राम है.जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी हैऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये.लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा
मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे मेरा कि,
मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा.अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं.आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी लहू की
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे.खींच दो अपने ख़ूँ से जमीं पर लकीर
इस तरफ आने पाये ना रावण कोई
तोड़ दो अगर कोई हाथ उठने लगे
छू ना पाये सीता का दामन कोई
राम भी तुम तुम्हीं लक्ष्मण साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो.तेरे दामन से जो आये, उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस जुबां को जिस पे आये तेरा नाम
सबसे सुन्दर सुबह तेरी
सबसे सुन्दर तेरी शाम
तुझ पे दिल कुरबान
ऐ मेरे प्यारे वतन,
ऐ मेरे पिछड़े चमन
तुझ पे दिल कुर्बान।।.कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियोअब तुम्हारे हवाले वतन साथियो….अब तुम्हारे हवाले वतन साथियोकुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है.दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी.नज़ारे नज़र से ये कहने लगे,नयन से बड़ी चीज कोई नहींतभी मेरे दिल ने ये आवाज दी, वतनसे बड़ी चीज कोई नहीं – संतोष आनंदहम हैं हिन्दुस्तानी
हम हैं हिन्दुस्तानी
हमने न कभी हार मानी
क्योंकि हम हैं हिन्दुस्तानी
आँधी आए या आए तूफान
खड़े रहे हैं सीना तान
सिर न झुकायेंगे, चाहे मिट जायेंगे
बनकर न रहे सिर्फ कहानी
समझ जाओ ये कहानी मेरी जुबानी
क्योंकि मैं हूँ हिन्दुस्तानी – Arya

इतिहास गा रहा है.

इतिहास गा रहा है दिन रात गुण हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
इस पर जनम लिया है इसका पिया है पानी
माता यह है हमारी यह है पिता हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
वह देवता हिमालय हमको पुकारता है
गुण गा रही है निश-दिन गंगा की शुभ पुण्य धारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
पोरस की वीरता को झेलम तू ही बता दे
यूनान का सिकंदर था तेरे तट पे हारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
उज्जैन फिर सुना दे विक्रम की वह कहानी
जिसमे प्रकट हुआ था संवत नया हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
आता है याद हरदम गुप्तों का वह जमाना
सारे जहाँ पे छाया वह स्वर्ण-युग हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
चित्तोड़ रायगढ़ और चमकौर फिर गरज उठे थे
सदियों लड़ा निरन्तर आज़ाद खूं हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
दी क्रांतिकारियों ने अंग्रेज को चुनौती
पल-पल प्रकट हुआ था स्वातंत्र्य वह हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
हम इनको भूल जाएँ संभव नहीं कभी यह
इनके लिए जियेंगे यह धर्म है हमारा
दुनिया के लोगों सुन लो यह देश है हमारा ||
होगा भविष्य उज्ज्वल संसार में अनोखा
बतला रहा है हमको यह संगठन हमारा