मेरा रंग दे..
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
मेरा रंग दे बसंती चोला रंग दे, रंग दे..
रंग दे बसंती चोला माये रंग दे
जिस चोले को पहन शिवाजी खेले अपनी जान पे
जिसे पहन झांसी की रानी मिट गई अपनी आन पे
आज उसी को पहन के निकला पहन के निकला
आज उसी को पहन के निकला हम मस्तों का टोला
मेरा रंग दे बसंती चोला
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला मेरा रंग दे
ओ मेरा रंग दे बसंती चोला ओय रंग दे
बसंती चोला माई रंग दे बसंती चोला
जब शहीदो की अर्थी उठी झूम के
देश वासी तुम आसु बहाना नहीं
पर मनाओ जब आजाद भारत का दिन
उस दिन हमे भूल जाना नहीं
लौट कर आ सके न जहाँ मे तो क्या
याद बन के तो दिल मे आ जाएंगे
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी कसम
तेरी रह मे जान तक लूटा जायेंगे
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी कसम
तेरी रहो मे जान तक लूटा जाएंगे
फूल क्या…
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी कसम ….
तेरी रह मे जान तक लूटा जायेंगे
इंक़लाब..इंक़लाब…इंक़लाब..इंक़लाब..इंक़लाब..इंक़लाब
इंक़लाब..इंक़लाब…इंक़लाब..इंक़लाब..इंक़लाब..इंक़लाब