जीवन में हम दूसरों की चिंता न करें।

जीवन में हम दूसरों की चिंता न करें।
सजगता से अपने चुने हुये पथ पर
आगे बढ़ते जायें। चाहे कोई कुछ भी
क्यूँ न कहे। लोगों का तो काम ही है-
कुछ न कुछ कहना।
...कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का
काम है कहना।
दुनिया में एक बहुत बड़ी आफत है और
वो ये है कि- "लोग क्या कहेंगे" चाहे जीवन
बिगड़ जाये,चाहे कितना भी दुःख क्यों न
मिल जाये, चाहे चौरासी लाख योनियों में
ही क्यों न भटकना पड़े। पर लोग क्या कहेंगे
इसकी हमे बहुत फिकर है। उसके लिये हम
अपना कर्तव्य,अपना धर्म,अपना फर्ज सब
भूल जाते हैं। जब तक हम लोगों की फिकर
करेंगे तब तक हम कभी भी अपना विकास
नहीं कर सकते हैं। इसलिये दुनिया की-
परवाह छोड़ो और अपने लक्ष्य पर आगे
बढ़ो।