किसी मे हिम्मत है तो कोई तो बता दे प्रमाण सहित चाहे वे :- पापी मीडिया जो अपने को तीसमारखाँ समझती है, योगी, ज्ञानी, ध्यानी, संत साधु , मुल्ला काजी, पादरी, नागा, जैन मुनि, दलाई लामा, वैज्ञानिकों , पढ़े लिखों, टीचरों प्रोफेसरों, वकीलों, डॉक्टरों, इंनजीनियरों , भ्रष्ट जजों, भ्रष्ट सरकारों , नेताओं, साहित्यकारों, कथावाचकों, मुख्यतः देवकीनंदन, रामदेव, आसाराम, श्री श्री, शंकराचार्यों, साहिब बन्दगी, राम रहीम, निर्मल बाबा, और जितने भी भगवा या सफेद वस्त्र पहन कर प्रवचन करते रहते है आध्यात्मिक सामाजिक चैनल्स पर,
ये सब बतायें कि :-
#सृष्टि की रचना किसने और कैसे की ?
#सबका मालिक एक कौन है , उनका नाम पता ?
#काल कौन है ? हमारी मृत्यु क्यों होती है ?
#हमको जन्म देने और मारने में किसका फ़ायदा है ?
#भगवान- अल्लाह-रब-गॉड दिखाई क्यों नहीं देते ?
#परमात्मा साकार है कि निराकार ?
#ब्रह्मा विष्णु महेश के माता पिता कौन है ?
#दुर्गाजी का पति कौन है ? मुक्ति होती क्या है ?
#84 लाख योनियां क्यों बनी ?
#मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
#जब हमें बनाने वाला एक परमात्मा है तो फिर बाटने वाला कौन है ?
#हड्डियां तो सबके 206 है और चमड़ी मांस भी एक, बस रंग का थोड़ा फर्क फिर मानव से आप लोग धर्मी कब बन गए और क्यों ?
#कर्म के फल का सिद्धांत किसने और क्यों तथा कब बनाया ?
#स्वर्ग जाना मुक्ति है या सचखण्ड ?
#परमात्मा एक है तो फिर भक्ति विधि अलग अलग क्यों ?
एक सवाल का तो एक ही जवाब होगा, न कि सबके अलग जवाब होंगे ?????