रहे जाता है मेरा ध्यान गुरु जी आपके चरणों में।

रहे जाता है मेरा ध्यान गुरु जी आपके चरणों में।
मिल गए मुझे भगवान गुरु जी आपके चरणों में।।

तैंतीस कोटि देवी देवता गुरु जी आपके चरणों में।
हर रोज उनसे मिलता गुरु जी आपके चरणों में।
पुरे हो गए मेरे सारे अरमान गुरु जी आपके चरणों में।।

माता पिता ने सौंप दिया गुरु जी आपके चरणों में।
हर सुख मैंने पा लिया गुरु जी आपके चरणों में।
कष्ट बने नहीं मेरे मेहमान गुरु जी आपके चरणों में।।

जीवन मृत्यु से पीछा छूटता गुरु जी आपके चरणों में।
मन कर्म भाव में आई शुद्धता गुरु जी आपके चरणों में।
मुझे मिला है सच्चा ज्ञान गुरु जी आपके चरणों में।।

उस ईश्वर का नाम जपना गुरु जी आपके चरणों में।
करती है कविताई सुलक्षणा गुरु जी आपके चरणों में।
मेरा बढ़ गया मान सम्मान गुरु जी आपके चरणों में।।

©® डॉ सुलक्षणा अहलावत