कुछ करना है,तो डटकर करे!

कुछ करना है,तो डटकर करे!
थोड़ा दुनियां से हटकर चले!
लीक पर तो हम सभी चल लेते है,
कभी इतिहास को पलटकर चले!
बिना काम के मुकाम कैसा?
बिना मेहनत के,दाम कैसा?
जब तक ना हाँसिल हो मंज़िल!
तो राह में,राही आराम कैसा?
अर्जुन सा,निशाना रखना,मन में,
ना कोई बहाना रखना!
जो लक्ष्य सामने है, 
बस उसी पे अपना ठिकाना रखना!
केवल सोचना मत,साकार करना,
अपने कर्मो से प्यार करना!
मिलेंगा तुम्हारी या हमारी मेहनत का फल,
किसी और का ना इंतज़ार करना!

जो चले थेअकेले, उनके पीछे आज मेले हैं!
जो करते रहे इंतज़ार उनकी  जिंदगी में आज भी झमेले है!